Tuesday, March 1, 2011

नैनन की भाषा

अन्खिओं की बात निराली है...
येही जीवन की लाली हैं....
दिल की परिभाषा यह नैनन...
प्यार की भाषा ये नैनन ...
सुन्दरता को बखान करते हैं नैनन...
बुरी नज़र से चुभते हैं  नैनन...
जीवन इनसे है ....
जान इनसे है...
ज़िन्दगी का स्वाद  हैं नैनन..!!!
 
मन के चक्षु भी तो आस बंधाते हैं...
जीवन जीने का प्रयास दिखलाते हैं....
इन चक्षुओं की भाषा सीख लो...
जीवन का यह पाठ सीख लो...

इन कोमल पंखुड़ीओं को संभाल कर रखना क्यूंकि ...!!!
यह आँखें हैं जीवन दर्शिनी
उमंग की हैं रौशनी....!!!!